हिन्दी कहानी FUNDAMENTALS EXPLAINED

हिन्दी कहानी Fundamentals Explained

हिन्दी कहानी Fundamentals Explained

Blog Article

हिंदी कहानियां लिखी हुई

वहां पहुचकर वह बोला- स्वामी मैंने कहा था वही हुआ, आपकों आता देखकर अपने दुर्ग में छिप गया हैं, आइये आपकों उसकी सूरत दिखा देता हु, ” जरुर मै उस नीच को देखकर दुर्ग में ही उससे लडुगा.

महात्मा जी ने इस समस्त कार्यवाही का उद्देश्य केवल यही था कि दोनों का क्रोध कुछ कम हो जाए, ताकि उन्हें समझाया बुझाया जा सके और हुआ भी यही.

अभी या बाद में, आपको खुद से ही सबकुछ करना होगा। जब तक माता–पिता अत्यधिक सख्त होना बंद नहीं करते, तब तक कुछ भी अपने आप काम नहीं करेगा।

कुछ देर तक वे भूमि के साथ कान लगाए रहे, फिर सीधे बैठ गये और गंभीर वाणी में बोले- यह भूमि तो कुछ और ही कह रही हैं.

जब वह चिड़िया एक तिनका लेकर पेड़ की तरफ उड़ी तो उसने देखा कि उसका घौसला बिसरा पड़ा है सारे तिनके बिखर गये हैं.

कुरज तो आकाश में अद्रश्य हो गईं, उन्दरा पाताल में अद्रश्य हो गया.

यह कहानी हमारी लिस्ट में सबसे ऊपर है। यहाँ एक मोर के बारे में एक अद्भुत कहानी बताई गई है जो बच्चों को जरूर जानना चाहिए;

यह भूमि तो कुछ बोलेगी नही इसलिए आप ही हमारा निर्णय कर दीजिए.

आप दोनों ही कल मेरे यहाँ भोजन पर आमंत्रित हो. भोजन के बाद बताउगा की कौन बुद्धि में श्रेष्ट हैं.

दोनों जब भोजन से निवृत हुए तो काफी शांत थे. उन्होंने महात्मा जी के चरणों में विनती की- महाराज !

मुझे अपने बल पर पूरा भरोसा हैं. शीघ्र ही उसका नाश नही किया तो बाद में असाध्य रोग की तरह ताकतवर हो जाएगा.

दोनों भाई बोले महाराज ! भूमि क्या कह रही हैं? महात्मा जी ने कहा- यह भूमि कहती हैं कि दोनों ही व्यर्थ ही मेरे ऊपर अधिकार जमाने के लिए झगड़ा कर रहे हैं.

मै बहुत भूखा हु, कही तेरे कुछ कहने से पहले ही मै तुम्हे चबा ना जाऊ.

कुछ समय तक दोनों ही महात्मा जी के मुह की ओर ताकते रहे फिर बोलर- किन्तु यह कैसे संभव हैं ? भूमि भी कभी बोलती हैं.

Report this page